पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर और सार - संस्कृति क्षितिज भाग - 2 सार लेखक कहते हैं की सभ्यता और संस्कृति दो ऐसे शब्द हैं जिनका उपयोग अधिक होता है परन्तु समझ में कम आता है। इनके साथ विशेषण लगा देने से इन्हे समझना और भी कठिन हो जाता है। कभी-कभी दोनों को एक समझ लिया जाता है [...]
पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर और सार - नौबतखाने में इबादत क्षितिज भाग - 2 सार अम्मीरुद्दीन उर्फ़ बिस्मिल्लाह खाँ का जन्म बिहार में डुमराँव के एक संगीत प्रेमी परिवार में हुआ। इनके बड़े भाई का नाम शम्सुद्दीन था जो उम्र में उनसे तीन वर्ष बड़े थे। इनके परदादा उस्ताद सलार हुसैन खाँ डुमराँव के निवासी थे। इनके पिता [...]
पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर और सार - स्त्री शिक्षा के विरोधी कुतर्कों का खंडन क्षितिज भाग - 2 सार इस पाठ में लेखक ने स्त्री शिक्षा के महत्व को प्रसारित करते हुए उन विचारों का खंडन किया है। लेखक को इस बात का दुःख है आज भी ऐसे पढ़े-लिखे लोग समाज में हैं जो स्त्रियों का पढ़ना गृह-सुख के नाश [...]
पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर और सार - एक कहानी यह भी क्षितिज भाग - 2 सार प्रस्तुत पाठ में लेखिका ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण तथ्यों को उभारा है। लेखिका का जन्म मध्य प्रदेश के भानपुरा गाँव हुआ था परन्तु उनकी यादें अजमेर के ब्रह्मापुरी मोहल्ले के एक-दो मंजिला मकान में पिता के बिगड़ी हुई मनःस्थिति से शुरू [...]
पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर और सार - मानवीय करुणा की दिव्य चमक क्षितिज भाग - 2 सार प्रस्तुत पाठ में लेखक ने फ़ादर बुल्के के जीवन का चित्रांकन किया है। फ़ादर बुल्के का जन्म बेल्जियम के रेम्सचैपल में हुआ था। वे इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ने के बाद पादरी बनने की विधिवत शिक्षा ली। भारतीय संस्कृति के प्रभाव [...]
पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर और सार - लखनवी अंदाज़ क्षितिज भाग - 2 सार लेखक को पास में ही कहीं जाना था। लेखक ने यह सोचकर सेकंड क्लास का टिकट लिया की उसमे भीड़ कम होती है, वे आराम से खिड़की से प्राकृतिक दृश्य देखते हुए किसी नए कहानी के बारे में सोच सकेंगे। पैसेंजर ट्रेन खुलने को थी। लेखक दौड़कर [...]
पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर और सार - बालगोबिन भगत क्षितिज भाग - 2 सार बालगोबिन भगत मंझोले कद के गोर-चिट्टे आदमी थे। उनकी उम्र साठ वर्ष से उपर थी और बाल पक गए थे। वे लम्बी ढाढ़ी नही रखते थे और कपडे बिल्कुल कम पहनते थे। कमर में लंगोटी पहनते और सिर पर कबीरपंथियों की सी कनफटी टोपी। सर्दियों [...]
पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर और सार - नेताजी का चश्मा क्षितिज भाग - 2 सार हालदार साहब को हर पन्द्रहवें दिन कम्पनी के काम से एक छोटे कस्बे से गुजरना पड़ता था। उस कस्बे में एक लड़कों का स्कूल, एक लड़कियों का स्कूल, एक सीमेंट का कारखाना, दो ओपन सिनेमा घर तथा एक नगरपालिका थी। नगरपालिका थी तो कुछ [...]
पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर और सार - संगतकार क्षितिज भाग - 2 सार इस कविता में कवि ने गायन में मुख्य गायक का साथ देने वाले संगतकार की महत्ता का स्पष्ट किया है। कवि कहते हैं कि मुख्य गायक के गंभीर आवाज़ का साथ संगतकार अपनी कमजोर किन्तु मधुर आवाज़ से देता है। अधिकांशत ये मुख्य गायक का छोटा भाई, चेला या [...]
पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर और सार - कन्यादान क्षितिज भाग - 2 भावार्थ इस कविता में कवि ने माँ के उस पीड़ा को व्यक्त किया है जब वह अपने बेटी को विदा करती है। उस समय मान को लगता है जैसे उसने अपने जीवन भर की पूंजी गँवा दी। माँ के हृदय में आशंका बनी रहती है कि [...]