पाठ 15 खाद्य संसाधनों में सुधार  खाद्य संसाधनों जिन स्रोतों में हमें भोजन (खाद्य पदार्थ) प्राप्त होते हैं, उनहें खाद्य संसाधन कहते हैं। खाद्य संसाधन मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं वनस्पति स्रोत अनाज, दालें, सब्जियाँ, फल, खाद्य, तेल मसाले आदि वनस्पति स्रोतों से प्राप्त खाद्य पदार्थ हैं। जन्तु स्रोत दूध, मांस, अंडे, मछली आदि [...]
पाठ 14 प्राकृतिक संसाधन  जीवमंडल (Biosphere): जीवन को आश्रय देने वाला पृथ्वी का घेरा जहाँ वायुमंडल, स्थलमंडल तथा जल मंडल एक दुसरे से मिलकर जीवन को संभव बनाते हैं उसे जीवमंडल कहते है| जीवमंडल के भाग: वायुमंडल (Atmosphere) स्थलमंडल (Lithosphere) जलमंडल (Hydrosphere ) (i) वायुमंडल (Atmosphere): वायु जो पूरी पृथ्वी को कंबल की भांति ढके [...]
पाठ 13 हम बीमार क्यों होते है स्वास्थ किसी व्यक्ति की सामान्य शारीरिक एवं मानसिक अवस्था ही उसका स्वास्थ्य है। स्वास्थ्य अच्छा रहने की वह अवस्था है जिसमें शारीरिक, मानसिक और सामाजिक कार्य उचित प्रकार से किया जा सके। WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के अनुसार: स्वास्थ्य व्यक्ति की शारीरिक, मानसिक तथा सामाजिक अवस्था है। लोगों [...]
पाठ 12 ध्वनि ध्वनि का संचरण ध्वनि (Sound): जब किसी वस्तु में कंपन्न उत्पन्न होने से ध्वनि उत्पन्न होती है| ध्वनि उत्पन्न करने वाले एक यन्त्र का नाम: कंपमान स्वरित्र द्विभुज है| कंपन (Vibration): किसी वस्तु का तेजी से इधर-उधर गति करना कंपन कहलाता है| ध्वनि उत्पन्न करने के तरीके: किसी वस्तु पर आघात कर [...]
पाठ 11 कार्य और उर्जा  कार्य तथा ऊर्जा भूमिका: सभी सजीवों को भोजन की आवश्यकता होती है | जीवित रहने के लिए सजीवों को अनेक मुलभुत गतिविधियाँ करनी पड़ती हैं | इन गतिविधियों को हम जैव प्रक्रम कहते हैं | इन जैव प्रक्रमों को संपादित करने के लिए सजीवों को उर्जा की आवश्यकता होती है [...]
पाठ 10, गुरुत्वाकर्षण गुरुत्वाकर्षण परिचय गुरुत्वाकर्षण बल: दो वस्तुओं के बीच लगाने वाला आकर्षण बल गुरुत्वाकर्षण बल कहते है| गुरुत्वाकर्षण का सार्वत्रिक नियम: दो वस्तुओं के बीच लगने वाला आकर्षण बल उनके द्रव्यमान के गुणनफल के अनुक्रमानुपाती  होता है और उनके बीच के दुरी के वर्ग का व्युत्क्रमानुपाती होता है| यह नियम संसार के सभी [...]
पाठ 9 बल और गति का नियम बल बल और उसके प्रकार बल (Force): बल एक प्रकार का धक्का या खिंचाव है जिसमें किसी वस्तु की अवस्था में परिवर्तन करने की प्रवृति होती है| दुसरे शब्दों में: किसी वस्तु पर लगने वाले धक्का, खिंचाव या चोट को बल कहते है| इसमें वस्तु में गति ला [...]
पाठ 8 गति परिचय – गति (भौतिकी) गति गति (Motion): जब कोई वस्तु समय के साथ अपनी स्थिति में भी परिवर्तन करती है तो कहा जाता है कि वस्तु की गति में है | हमारे आस-पास गतिशील वस्तुओं के बहुत से उदाहरण है | जैसे – उड़ते हुए पक्षियों की गति, कार कि गति, धमनियों [...]
पाठ 7 जीवों में विविधता  जीवों का वर्गीकरण जीवों में विविधता: सभी जीवधारी किसी न किसी रूप में भिन्न हैं| कोई आवास के आधार पर, कोई आकार के आधार पर, जैसे – एक अति सूक्ष्म बैक्टीरिया और दूसरी ओर 30 मीटर लंबे ह्वेल या विशाल वृक्ष, जीवन-काल के आधार पर, ऊर्जा ग्रहण करने की विधि के आधार पर [...]
पाठ 6 ऊत्तक पादप उत्तक एक ही प्रकार की संरचना और कार्य करने वाले कोशिकाओं के समूह को उत्तक कहते हैं| मुख्य बिंदु: एक कोशिकीय जीवों में, सभी मौलिक कार्य एक ही कोशिका द्वारा किये जाते  हैं| उदाहरण के लिए अमीबा में एक ही कोशिका द्वारा गति, भोजन लेने की क्रिया, श्वसन क्रिया और उत्सर्जन क्रिया [...]