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NCERT Solutions for Class 7 English An Alien Hand Chapter 7 Chandni

Contents

  • 1 Chandni NCERT Solutions for Class 7 English An Alien Hand Chapter 7
    • 1.1 Chandni NCERT Text Book Questions and Answers
    • 1.2 Chandni Exercises Question and Answer

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Chandni NCERT Solutions for Class 7 English An Alien Hand Chapter 7

Chandni NCERT Text Book Questions and Answers

Chandni Comprehension check (Page 45)

Question 1.
Why did Abbu Khan’s goats want to run away? What happened to them in the hills ?
Answer:
Abbu Khan’s goats wanted to be free and go to the hills. They did not want to be confined to his courtyard. They loved their freedom. When they went to hills, they got killed by an old wolf who lived in the hills.

Question 2.
Abbu Khan said, “No more goats in my house ever again.” Then he changed his mind. Why?
Answer:
Abbu Khan thought that he would live for only a few more years. He thought that he could live without goats. But he soon felt lonely. He could not do without pets. That is why he changed his mind.

Question 3.
Why did he buy a young goat ?
Answer:
Abbu Khan thought that a young goat would stay much longer. So he bought a young goat. The goat was as white as snow with gleaming eyes. The goat started loving him also.

Chandni Comprehension check (Page 49)

Question 1.
Why did Chandni hate the rope round her neck?
Answer:
Chandni wished to be free and go to the beautiful hills. She wanted to enjoy the cool breeze there. She thought how lovely it would be to run across the green fields. That is why Chandni hated the rope round her neck.

Question 2.
“Now Abbu Khan understood Chandni’s problem……” What was Chandni’s problem?
Answer:
Abbu Khan understood that Chandni wanted to go to the hills at any cost. She had lost appetite and had grown thin. It was because she wanted to enjoy the hilltops bathed in sunlight. She did not want to be confined to Abbu Khan’s courtyard.

Question 3.
Abbu Khan pushed Chandni into a small hut. This shows that he
(i) was cruel.
(ii) loved her and wanted to save her life.
(iii) was selfish.
Answer:
(ii) loved her and wanted to save her life.

Chandni Comprehension check (Page 51)

Question 1.
Why did Chandni refuse to join the group of wild goats ?
Answer:
Chandni had just freed herself from the house of Abbu Khan. She had come to the hills. So, she wanted to enjoy her new freedom all by herself. That is why she refused to join the group of wild goats.

Question 2.
Chandni fought the wolf because she
(i) was stronger than the wolf.
(ii) hated the wolf.
(iii) had to retain her freedom at all costs.
Answer:
(iii) had to retain her freedom at all costs.

Chandni Exercises Question and Answer

Discuss the following topics in groups :

Question 1.
Why did the wise old bird say, “Chandni is the winner” ?
Answer:
Though Chandni was smaller and less stronger than the wolf, yet she gave a very good fight. She was not coward. She stood firm on her legs and was a picture of courage. She behaved like a brave soldier. Though in the end she lost, still she was courageous enough to face the wolf. I think that
is why the wise old bird said that Chandni was the winner.

Question 2.
“Death in an open field is better than life in a small hut,” Chandni said to herself. Was it the right decision ? Give reasons for your answer.
Answer:
I think Chandni’s decision was right. Freedom is always better than the imprisonment. While in the hut, Chandni had lost appetite and had grown thin. She told Abbu Khan that she would die if she won’t go to the hills.

She would have never remained happy at Abbu’s house. Though we feel sad over her death, but she died a brave soldier’s death. In the end she kept her head high and died as a free creature.

Question 3.
Freedom is life. Discuss this with reference to ‘Chandni’ and ‘I Want Something in a Cage.’
Answer:
It is right that freedom is life and slavery is a curse. Not only human beings, but animals and birds also crave for freedom. If a bird is kept in a cage it can never feel happy even if it is tied with golden chains. In the story ‘I Want Something in a Cage’ the stranger buys the doves and sets them free immediately thereafter.

He did so because after having remained in prison for so long, he realised the importance of freedom. In the same way for Chandni freedom is life. She was aware that she might be killed. Even then she preferred to go to the hills and the green fields.

Chandni Introduction

Abbu Khan used to keep goats as pets. He loved his goats, but they left him one by one. He bought a young pretty goat and called her Chandni. Like other goats, Chandni too missed the hills. She told Abbu Khan that she must have her freedom. Chandni went back to the hills. She knew that the wolf was somewhere there. She was attacked by the wolf. Chandni gave him a good fight like a brave soldier. But she was ultimately killed.

Chandni Word notes

NCERT Solutions for Class 7 English An Alien Hand Chapter 7 Chandni

Chandni Complete hindi translation

Part -I

Abbu Khan… ..her Chandni. (Page 43)

  • अब्बू खान बकरियाँ पालते थे।
  • वह बकरियों से प्यार करते थे, पर एक के बाद एक वे उन्हें छोड़ कर चली गयीं।
  • अबू खान ने एक अति सुंदर युवा बकरी खरीदी और उसका नाम चाँदनी रखा।

1. Once upon…. …………..each goat. (Page 43)

किसी जमाने में अल्मोड़ा में एक बूढ़ा आदमी रहता था। उसे सामान्यतः अब्बू खान के नाम से जाना जाता था। वह अकेला रहता था पर उसके पास सिर्फ कुछ पालतू बकरियों के कुछ अतिरिक्त भी न था जिन्हें वह पालतू जानवर के रूप में पालता था। वह अपनी बकरियों को अजीब नामों से जैसे कलुआ, मूगिया और गुजरी कह कर बुलाता था। वह दिन में उन्हें चराने ले जाता था और ऐसे बात करता था जैसे उसके अपने बच्चे हों; रात को वह उन्हें अपनी छोटी झोंपड़ी में ले जाता और हर बकरी के गले में रस्सी बांध देता था।

2. Poor Abbu……………………………………….the hills. (Page 43)

बेचारा अब्बू खान अपनी बकरियों के मामले में बहुत बदकिस्मत था। प्रायः रात को बकरियों में से एक रस्सा तोड़ कर पहाड़ों के पीछे गायब हो जाती। पहाड़ी क्षेत्रों में बकरियाँ पेड़ों या खम्भों से बँधकर रहने से नफरत करती थीं। उनको अपनी आजादी अच्छी लगती थी। अब्बू खान की बकरियाँ सर्वोत्तम पहाड़ी नस्ल की थीं। वे भी अपनी आज़ादी से प्रेम करती थीं। इसलिए, जब भी उन्हें अवसर प्राप्त होता वह दौड़ जातीं थीं महज एक बूढ़े भेड़िये के द्वारा मारे जाने के लिए जो पहाड़ों पर रहता था।

3. Whenever one .. ………mystery. (Pages 43-44)

जब भी उसकी बकरियों में से एक गायब हो जाती थी, अब्बू खान बहुत उदास हो जाता था। वह समझ नहीं पाता था कि इतनी स्वादिष्ट, हरी-भरी घास और दाने जो वह देता था और सारा प्यार उन पर न्यौछावर करता, पर फिर भी, वह उन बदकिस्मत बकरियों को मौत के मुँह में जाने से रोक नहीं सकता था। उसने आश्चर्य प्रकट किया कि क्या यह बकरियाँ पागल हैं! या यह उनका आज़ादी के प्रति प्रेम है! परन्तु आज़ादी का अर्थ था संघर्ष, मुश्किलें और यहाँ तक कि मौत । अब्बू खान इस रहस्य को हल नहीं कर सकता था।

4. One day.. …………with joy..(Page 44)

एक दिन जब सारी बकरियाँ उसे छोड़कर चली गईं, अब्बू खान ने अपने आप से कहा, “मेरे घर में दुबारा कभी भी बकरी नहीं होगी। मैं शायद कुछ और वर्षों तक जीवित रहूँगा पर मैं बिना बकरियों के रहूँगा।” फिर भी बेचारा बूढ़ा आदमी बिल्कुल अकेला था। वह अपने पालतू जानवरों के बिना नहीं रह सकता था। उसने शीघ्र ही एक युवा बकरी खरीदी। उसने सोचा, “एक युवा बकरी मेरे साथ अधिक वर्षों तक जिएगी। वह जल्दी ही मेरे साथ और उस खाने को भी प्यार करना शुरू कर देगी जो मैं उसे दूंगा। वह कभी भी पहाड़ी पर नहीं जाना चाहेगी।” और वह खुशी से हँसने लगा।

5. The new…. ……………….again. (Pages 44-45)

नई बकरी बहुत सुंदर थी। वह बर्फ की तरह सफेद थी, और उसके सिर पर दो सींग थे, और चमकती हुई लाल आँखें थीं। उसका स्वभाव मित्रवत था और वह अब्बू खान की कथाओं को बहुत रुचि और प्यार से सुनती। अब्बू खान उसे चाँदनी कहकर बुलाता था जिसका अर्थ था ‘चाँद की रोशनी।’ वह चाँदनी से प्यार करता था और उसे उसकी सभी दोस्तों की कहानियाँ सुनाता जो मर चुकी थीं। कई वर्ष गुजर गए। चाँदनी अभी भी वहीं थी। अब्बू खान विश्वास करता था कि चाँदनी कभी भी उसका आँगन पहाड़ी के उस पार ताजी हवा के लिए नहीं छोड़ेगी। अफसोस! वह फिर भ्रम में था।

Part-II

Like other…….. ………………..Chandni. (Page 46)

  • अन्य बकरियों की तरह, चाँदनी को भी पहाड़ों की याद आने लगी।
  • उसने अब्बू खान से कहा कि उसे आजादी अवश्य चाहिए।
  • जंगल के खतरनाक भेड़िए की कहानी ने भी चाँदनी को निरूत्साहित नहीं किया। .

6. Every morning…… …..that rope! (Page 46)

हर सुबह चाँदनी सूर्य की रोशनी से युक्त पहाड़ियों की चोटियों को देखती रहती। “वे पहाड़ियाँ कितनी सुंदर हैं!” उसने सोचा। “उनमें बहने वाली हवा कितनी सुहावनी है! और उन हरे-भरे खेतों के पार दौड़ना कितना मनोहारी है!” वह पहाड़ियों की तरफ दौड़ी पर उसे झट से रुकना पड़ा……. उसके गले के चारों ओर पड़ी रस्सी उसे आगे न जाने दे पा रही थी। उसे रस्सी से बहुत नफरत थी!

7. She stopped…. ………………..I’ll die. (Page 46)

उसने अब्बू खान द्वारा लाई गई हरी घास खानी छोड़ दी; न ही वह ध्यान से और प्यार से उसकी कहानियाँ सुनती थी। उसकी भूख मर गई, वह बहुत पतली हो गई और उदासी से रोशनी से ढकी पहाड़ों की चोटियों को देखती रहती। अब्बू खान को चाँदनी के दुःख का कारण समझ नहीं आ रहा था। उसने आखिर में स्पष्ट रूप से बात करने का निर्णय किया। “प्यारे अब्बू खान,” उसने कहा, “कृपया मुझे पहाड़ियों पर जाने दें। यदि मैं आपके आँगन में रही तो मैं मर जाऊँगी।”

8. Now Abbu …….. …………….longer rope. (Page 46)

अब अब्बू खान चादँनी की परेशानी समझ रहे थे पर इससे वह नाखुश थे। मिट्टी का पात्र जिसमें चाँदनी का नाश्ता था, उनके हाथों से गिर कर हज़ारों टुकड़ों में टूट गया। “तुम मुझे छोड़ना क्यों चाहती हो, चाँदनी?” अब्बू खान ने पूछा। “मैं पहाड़ियों पर जाना चाहती हूँ,” चाँदनी ने जवाब दिया। “क्या तुम्हें यहाँ खाना अच्छा नहीं लगता? मैं तुम्हें इससे भी अधिक स्वादिष्ट खाना और इससे भी अधिक लम्बी रस्सी दूंगा।”

9. “No, thank …… ……..the wolf.”(Page 46)

“नहीं, धन्यवाद। मुझे पहाड़ियों पर जाने दें।”
“क्या तुम्हें आभास है कि तुम कितना बड़ा खतरा मोल ले रही हो, तुम जिद्दी प्राणी? पहाड़ियों पर एक खतरनाक भेड़िया है। वह तुम्हें खा जाएगा।” अब्बू खान ने अच्छी तरह से चेतावनी दी।
चाँदनी ने जवाब दिया, “परमात्मा ने मुझे दो सींग दिए हैं। मैं भेड़िए से लड़ लूंगी।”

10. Fight the ……. ……………..time.(Page 47)

“भेड़िए से लड़ाई, वाकई! क्या तुम अपनी बहन कलुआ की कहानी भूल गई हो जो बड़े हिरण के आकार की थी। वह पूरी रात भेड़िए से लड़ी पर सुबह मारी गई।” अब्बू खान ने पचासवीं बार कलुआ की कहानी सुनाई।

11. To all ……………to freedom. (Page 48)

इस सब के लिए चाँदनी ने एक ही बात कहीः “मैं पहाड़ियों पर जाना चाहती हूँ।”
अब्बू खान बहुत नाराज हुए। वह बड़े ऊँचे स्वर में बोले, “तुम कहीं भी नहीं जा रही हो। आज से तुम छोटी सी झोंपड़ी में ही रहोगी और आँगन में आजादी से नहीं घूमोगी। तुम्हारे कृतघ्न होने के बावजूद तुम्हें भेड़िए से अवश्य बचाना है।” उन्होंने उसे एक छोटी झोंपड़ी में धकेल कर बंद कर दिया। परन्तु वह पीछे की छोटी खिड़की बंद करना भूल गया। उसी रात चाँदनी ने उस खिड़की को अपना आजादी का मार्ग बना लिया।

Part-III

Chandni went…………. ………….fight.(Page 49)

  • चाँदनी पहाड़ियों पर वापिस गई।
  • उसे पता था कि भेड़िया वहीं कहीं होगा।
  • वह साहसपूर्ण लड़ाई लड़ने की तैयार थी।

12. Chandni reached ………….. life. (Page 49)

चादँनी पहाड़ियों पर पहुँची। उसे ऐसा लगा जैसे पुरानी पहाड़ियों की एक श्रृंखला उसका स्वागत कर रही हो। उसने उस बच्चे की तरह महसूस किया जो वर्षों की जुदाई के बाद अपने माता-पिता से मिल रहा हो। वह जहाँ भी गई लम्बी घास ने उसका उठकर आलिंगन किया, फूल खिल कर उसे खुश करने लगे और हवा ने स्वागत के अनगिनत गीत गाए। यह सब अब्बू खान के अहाते की कारावास से कितना अलग था! यह चाँदनी की जिन्दगी का सब से अधिक खुशी का दिन था।

13. That day…… ……………..by herself. (Page 49)

उस दिन वह घंटों तक हरी-भरी पहाड़ियों की ढलानों पर खेलती रही। वह जंगली बकरियों के एक झुंड से मिली जिन्होंने उसे उनके समूह में मिलने के लिए कहा। पर चाँदनी ने नम्रतापूर्वक मना कर दिया। वह अपनी नयी आजादी का आनंद अकेले ही लेना चाहती थी।

14. The sun… ….felt scared. (Page 49)

सूरज पहाड़ियों के पीछे छिप गया और शीघ्र ही अँधेरे ने घास, फूलों और वृक्षों को लपेट लिया। हवा चलनी बंद हुई और एक अजीब सी आवाज जो झाड़ियों से आ रही थी के अतिरिक्त शांति थी। आवाज़ घुरघुराने जैसी थी। वह क्या थी? यह अब्बू खान की आवाज नहीं थी जो उसे आंगन में वापिस बुला रही थी; न ही यह किसी दूसरी बकरी की आवाज थी। तब चाँदनी को पहाड़ों में रहने वाले खतरनाक भेड़िए का विचार आया। वह डर गई।

15. Should she. …………..was his.(Page 50)

क्या उसे अब्बू खान की झोंपड़ी में सुरक्षा के लिए वापिस चले जाना चाहिए? “नहीं,” उसने अपने आप से कहा, “छोटी झोंपड़ी की जिंदगी से खुले मैदान की मौत बेहतर है।” भेड़िया झाड़ियों से निकल आया था और वह चाँदनी को लालच से घूर रहा था। उसकी आँखें अँधेरे में जलते कोयले की तरह चमक रही थीं। वह जल्दबाजी में नहीं लग रहा था। उसे मालूम था कि नई बकरी उसी की थी।

16. The wolf.. ……………or chance.(Page 50)

भेड़िए और बकरी ने एक दूसरे की तरफ देखा। भेड़िया बहुत बड़ा और खूखार था जबकि बकरी स्वस्थ तो थी पर छोटी थी। पर छोटा कमजोर नहीं होता। चाँदनी दृढ़ता से अपनी टाँगों पर खड़ी रही, सिर थोड़ा झुका हुआ था, और सींग बाहर निकले हुए थे। वह बहादुरी की तस्वीर थी। वह एक बहादुर सैनिक की तरह लग रही थी जो धोखेबाज शत्रु से लड़ने के लिए तैयार थी। “मुझे एक अच्छी लड़ाई लड़नी है,” चाँदनी ने सोचा, “हार और जीत तो किस्मत या अवसर की बात है।”

17. The fight….. …………………..mosque.(Pages 50-51)

लड़ाई आरंभ हुई। यह (लड़ाई) पूरी रात चलती रहा। चन्द्रमा जो इनकी लड़ाई देख रहा था धीरे-धीरे उसकी रोशनी लुप्त हो रही थी और अचानक बादलों के पीछे छिप गया। तारे भी एक के बाद एक गायब होने लगे। एक धीमी रोशनी पूर्व दिशा में दिखाई दी और दूर मस्जिद से सुबह की प्रार्थना की आवाज आई।

18. The first ….. …….the winner.”(Page 51)

सूर्य की पहली किरणों ने चाँदनी को जमीन पर पड़े हुए देखा। वह पूरी तरह से खून से लथपथ थी। थका हुआ भेड़िया जो नींद में था, उसे खा जाने की तैयारी कर रहा था। पक्षियों का एक झुंड नजदीक के पेड़ के ऊपर बैठा था और लड़ाई के नतीजे पर बहस कर रहा था। “विजेता कौन है?” उनमें


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